Hello students,,
आज हम जानेंगे अपरोध के सिद्धांत के बारे में।
Students ये important question political science का है जो कि 12th class के 1st chapter से लिया गया है। तो चलिये इसे देखें.....
प्रश्न :- अपरोध से क्या अभिप्राय है?
या
अपरोध से आप क्या समझते हो?
जब अमेरिका और सोवियत संघ में शीतयुद्ध (तनाव,टकराव) चल रहा था तब ऐसी स्थिति कई बार बनी की लोगों को लगा कि अब तो भयंकर युद्ध होकर रहेगा लेकिन ऐसी स्थिति में भी दोनों देश प्रत्यक्ष युद्ध को नजरअंदाज करते दिखाई दिए। इसका सीधा कारण ये था कि दोनों ही देशों के पास परमाणु हथियार थे । यदि इनमें से कोई एक देश दूसरे देश पर परमाणु हमला कर देता तो दूसरा देश भी परमाणु हथियारों से ही जवाब देता जिससेे दोनों देश वा उनके सहयोगी देशों का विनाश निश्चित था । इसलिए कोई भी देश युद्ध शुरू करने का खतरा उठाने को तैयार नहीं था । दोनों ही देशों ने शत्रुता की सीमा को लांघना उचित नहीं समझा जिससे शीतयुद्ध शीत ही बना रहा कभी गर्म युद्ध में तब्दील नहीं हुआ। इसी अवस्था को अपरोध का सिद्धांत कहा जाता है।
So students इस तरह से सोवियत संघ और अमेरिका जैसे महा शक्तिशाली देशों के द्वारा अपरोध के इस सिद्धांत का पालन करने से मानव जीवन की रक्षा हो सकी।
Students topic को और अच्छे से समझने के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर click करके same topic की वीडियो देख सकते हैं।
पढते रहिये।